बेरोजगार ग्रामीणों को रोजगार दिलाने के लिए प्रशासन ने सरल की प्रक्रिया, एक SMS से मिलेगा काम

कोरोना संकट काल में महानगरों में काम करने वाले ग्रामीण युवा अपने गांव लौट आए हैं। कई लोगों की नौकरी चली गई तो कई के सामने आजीविका का संकट भी खड़ा हो गया। ऐसे में उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में जिला प्रशासन ने ग्रामीण बेरोजगारों को मनरेगा के तहत रोजगार देने के लिए अब SMS व्यवस्था की शुरुआत की है। इसके लिए दो अफसर और दो कर्मियों को जिम्मेदारी दी गई है, उनके नंबर सार्वजनिक किए गए हैं। जिस बेरोजगार को रोजगार लेना है उसे उन नंबरों पर SMS करना होगा। रोजगार दिलाने की जिम्मेदारी नामित अफसर की होगी।
कैसे होगा काम, किसे मिली जिम्मेदारी?
SMS व्यवस्था मनरेगा श्रमिकों के लिए की गई है। इसके लिए मनरेगा प्रकोष्ठ में शिकायत निवारण प्रबंधक प्रवीण सिंह (9454564999) और हेल्पलाइन कर्मचारी राजेश कुमार (9454565555) को नामित किया गया है। इस व्यवस्था में जिला स्तर पर अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी सर्वेश कुमार (9005632025) व लेखाकार आरके राठौर (9415440794) भी लगेंगे। मनरेगा के तहत काम करने के इच्छुक जॉब कार्ड धारक को मैसेज करना होगा। वह मैसेज नामित अधिकारी और कर्मचारी खंड विकास अधिकारी को फॉरवर्ड कर अवगत कराएंगे।
खण्ड विकास अधिकारी मैसेज को सम्बन्धित ग्राम सचिव को फारवर्ड करते हुए कार्य आवंटन एवं मस्टर रोल जारी करने की कार्रवाई करेंगे। CDO (चीफ डेवलपमेंट अफसर) सौम्या पांडेय ने उपायुक्त श्रम रोजगार मनरेगा, समस्त खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इस कार्य में लापरवाही न की जाए और नामित अधिकारियों, कर्मचारियों के मोबाइल नम्बर का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कराएं जिससे कि बेरोजगारों को रोजगार मिल सके।
क्या बोलीं सीडीओ?
सीडीओ कानपुर देहात सौम्या पांडेय ने बताया कि मनरेगा योजना के तहत श्रमिकों को रोजगार प्राप्त करने के माध्यम को अधिक सुगम बनाने के लिए एसएमएस के माध्यम से रोजगार प्रदान करने की व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था से बेरोजगारों को रोजगार मिल सकेगा।
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