कार्यकर्ताओं ने निकाली पदयात्रा, पुलिस ने रास्ते में पूछा- कौन गिरफ्तारी देगा? कुछ खिसके, कुछ नाटकीय अंदाज में घसीटे गए

प्रयागराज में सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी का 136वां स्थापना दिवस समारोह मनाया। इस दौरान जिला, शहर कमेटी के पदाधिकारियों व NSUI कार्यकर्ताओं ने कृषि बिल के विरोध में आनंद भवन से पदयात्रा निकाली। लेकिन पुलिस ने रास्ते में रोक लिया तो कार्यकर्ता सड़क पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। पुलिस से वार्ता के बाद नाटकीय अंदाज में कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी। वहीं तमाम कांग्रेसी मौके से खिसक गए।
प्रमोद तिवारी झंडी दिखाकर वापस लौट गए
स्थापना दिवस का यह कार्यक्रम नेहरु-गांधी परिवार की जन्मस्थली आनंद भवन में आयोजित किया गया। वर्किंग कमेटी के सदस्य प्रमोद तिवारी भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने पदयात्रा को हरी झंडी दिखाई और कार में सवार होकर वापस चले गए। इसके बाद कांग्रेसियों की टुकड़ी आगे बढ़ी। उनके साथ खुद SP सिटी और CO कर्नलगंज फोर्स के साथ चल रहे थे।

महिला कार्यकर्ता खुद बस में जाकर बैठ गईं
कांग्रेसियों को आनंद भवन से चंद फर्लांग की दूरी पर ही पुलिस ने रोक लिया। कांग्रेसी वाहन के करीब पहुंचे तो CO कर्नलगंज सत्येंद्र पी तिवारी ने वहीं पर रोक दिया। इस दौरान महानगर अध्यक्ष नफीस अनवर से पुलिस ने बातचीत कर लोगों को समझाने का प्रयास किया। तभी पीछे चल रहे कांग्रेसी सड़क पर ही बैठ गए। यहां पुलिस ने पहले कांग्रेसियों से सवाल किया कि गिरफ्तारी कौन-कौन देगा? कुछ कांग्रेसी फौरन वहां से खिसक लिए। आनंद भवन पर जुटे तमाम NSUI से जुड़े छात्र भी छात्रसंघ भवन की तरफ कूच कर गए। इसके बाद पुलिस ने कांग्रेसियों की रजामंदी के बाद उन्हें वज्र वाहन में बैठाया गया। महिला कांग्रेसी भी खुद ही बस में जाकर बैठ गईं।

जाम लगने की वजह से मची अफरा तफरी
आनंद भवन से पुलिस ने हिरासत में लिए गए सभी कांग्रेसियों को पुलिस लाइन भेज दिया। इस दौरान ट्रैफिक भी कुछ देर के लिए प्रभावित रहा। दोनों तरफ से वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया गया। जब नाटकीय ढंग से कांग्रेसियों को हिरासत में लेने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई तो यातायात व्यवस्था फिर से बहाल हो सकी।
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